भरतपुर। इंदिरा नगर हीरादास चौराहे के पास चल रही श्रीमद् भागवत कथा के कथा वाचक पं. गिरधर लाल ने भगवान और भक्त के बीच संबंधों पर चर्चा की । प्रवचन करने गिरधर लाल ने कहा कि भगवान भोग के नहीं भाव के भूखे होते उन्हें।श्रद्धा ,भक्तिपूर्ण तरीके से भोग लगाने वाले भक्त का कल्याण अवश्य होता है।उन्होनें इस संबंध में एक कथा सुनाई ।उन्होनें कहा कि भगवान भोग के नहीं वरन भाव के भूखे होते है क्योंकि भगवान अगर भोग के भूखे होते तो गरीबों का तो नंबर ही नहीं आता। कथा के बीच-बीच में भजनों की ब्यार बहती रही थी जिस पर भक्त और महिलाऐं भक्तिभाव में विभोर होकर नाचने लगें
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