मध्यप्रदेश में नवकरणीय ऊर्जा से रोशन हुए 594 गांव

मध्यप्रदेश के 594 दूरस्थ गांव नवकरणीय ऊर्जा की रोशनी से जगमगा रहे हैं। वहीं, विभिन्न शहरों की 18 हजार से अधिक गलियों में सौलर लाइटें लगाई गई हैं। दरअसल, मध्यप्रदेश सरकार ने विगत वर्षों में नवकरणीय ऊर्जा को निरंतर बढ़ावा दिया है। आज भी प्रदेश में नवकरणीय ऊर्जा की ऑफ ग्रिड आधारित योजना के जरिये सुदूर क्षेत्रों में रोशनी पहुँचाने के साथ अन्य योजनाओं को भी प्रोत्साहित किया जा रहा है। इनमें कृषि उपयोगी सोलर पम्प, सोलर होम लाइट, सोलर स्ट्रीट लाइट, सोलर कुकर आदि प्रमुख हैं।

सोलर फोटो वोल्टाईक पावर प्लांट योजना में 5.64 मेगावाट क्षमता प्रदेश के नक्सलाइट प्रभावित क्षेत्रों के पुलिस थाने, चौकियों और सामुदायिक स्वास्थ्य केन्दों में स्थापित की गई हैं। सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में सोलर पेयजल पम्प योजना में 2500 सोलर पम्प लगाये जा चुके हैं। प्रदेश के प्रमुख नगर निगमों और शहरों में 18 हजार एलईडी आधारित सौर स्ट्रीट लाइट लगाई गई हैं।

केन्द्र सरकार की ग्रामीण विद्युतीकरण योजना में राज्य के ऐसे दूरस्थ 594 गाँव, जहाँ बिजली नहीं थी, को सोलर आधारित फोटोवोल्टाईक परियोजना में सौर ऊर्जा से रोशन किया गया है। प्रदेश के नक्सल प्रभावित क्षेत्र शहडोल, उमरिया, सीधी और सिंगरोली जिले के 23 गाँव को डीसेन्ट्रेलाइज्ड डिस्ट्रीब्यूटेड जनरेशन कार्यक्रम में सौर ऊर्जा से विद्युत उत्पादन के लिए मिनिग्रिड तैयार कर बिजली दी जा रही है।