दादी से सीखा भजन सुनाकर भक्तों को भावविभोर किया मुख्यमंत्री श्री चौहान ने

राजधानी के दशहरा मैदान में चल रही स्वामी श्री देवकीनंदन ठाकुर की श्रीमद् भागवत कथा के दौरान आज ऐसा क्षण भी आया जब कथा में शामिल हुए मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने भगवान श्रीकृष्ण के व्यक्तित्व की दार्शनिक व्याख्या कर श्रद्धालुओं का मन जीत लिया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंह चौहान भी साथ थी।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि ईश्वर को प्राप्त करने के तीन मार्ग हैं- ज्ञान मार्ग, भक्ति मार्ग और कर्म मार्ग। भक्तों को तीनों मार्गों में से एक चुनने की स्वतंत्रता है। प्रधानता समर्पण भाव की होना चाहिये।

श्री चौहान ने अपनी दादी से सीखा भजन ‘राम जपो रे मेरे भाई —‘ सुनाकर भक्तों को भावविभोर कर दिया। पंडाल में बैठे श्रद्धालुओं ने भजन दोहराया और श्रद्धा के साथ झूमकर नाचे।

स्वामी श्री देवकीनंदन ठाकुर ने कहा कि जिस प्रदेश में शिव राज करते हैं वह सुंदर और समृद्ध होता है। उन्होंने कहा कि विदयार्थियों को धर्मग्रंथों का अध्ययन करवाने से नैतिक रूप से सुदृढ चरित्र वाली पीढ़ी का निर्माण होगा।

इस अवसर पर राजस्व मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता, श्री अरूण यादव, गणमान्य नागरिक और बड़ी संख्या में कृष्ण भक्त उपस्थित थे।

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